tag:blogger.com,1999:blog-7795190436057079734.post3179524957233566955..comments2023-03-27T14:59:21.455+05:30Comments on जानिब: चौहान की स्त्री विरोधी राजनीतिदेवाशीष प्रसूनhttp://www.blogger.com/profile/06179998975950321589noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7795190436057079734.post-7319145401343250232009-08-12T20:52:18.063+05:302009-08-12T20:52:18.063+05:30आपका कहना सही है कि कन्यादान - अर्थात् किसी आम नाग...आपका कहना सही है कि कन्यादान - अर्थात् किसी आम नागरिक का पाणिग्रहण संस्कार करना भारत की या भारत के किसी राज्य सरकार का काम कतई नहीं है और उन्हें इसमें नहीं पड़ना चाहिए था। <br /><br />हाँ यदि विधवा विवाह या द्वितीय विवाह की बात होती तो उसे प्रोत्साहित करने के लिए समाज कल्याण के उद्देश्य से उठाए गए कदम का स्वागत करता।<br /><br />कौमार्य परीक्षण? केवल योनि क्षत होने को ही कौमार्य का परिचायक मानना भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं है। अतः यह परीक्षण अनुचित है। बहु-संस्कृतीय समाज की सरकार द्वारा ऐसे परीक्षण करना तो सर्वथा अनुचित है।आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.com